कैसे जी रहा हु मैं नही जनता

 कैसे जी रहा हु मैं नही जनता,
क्यों अब तक ज़िंदा हु नही जनता। ......?
मौत का क्या है आनी हे है एक दिन ,
तू कब आएगी नही जनता !.....?
चाहता हु सिर्फ तुझे जमाना जनता है
तू कब चाहेगी नही जनता। .....?
तेरा था तेरा हु तेरा ही रहुगा,

तू कब मेरी होगी नही जनता। ........?

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